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रविवार, 11 जुलाई 2021

ममता बैनर्जी क्यों विधानपरिषद की मांग कर रही है? Mamta बैनर्जी

ममता बैनर्जी क्यों विधानपरिषद की मांग कर रही है कारण देखिए

हाल ही में हिमाचल प्रदेश की सरकार ने विधानपरिषद की स्थापना का प्रस्ताव विधानसभा में पारित किया, राजस्थान भी इस पर विचार कर रहा है कि आने वाले अधिवेशन मे विधानपरिषद का भेजा जाए। विधानपरिषद की स्थापना की इतनी जल्दी क्यों आइए समझते है पूरी खबर।

नियमों के अनुसार विधान परिषद में 40 से कम एमएलसी नहीं चाहिए और विधानसभा के सदस्यों से 1/3 ज्यादा नहीं चाहिए। इनका चुनाव लोकप्रतिनिधि और स्थानिक स्वराज्य संथा के गण करते है, मतलब जैसा लोकसभा और राज्यसभा दिल्ली में है वैसे ही विधानसभा और विधानपरिषद है, इनका कार्यकाल भी 6 वर्षो का होता है। विधानपरिषद बानाने का फायदा ये भी है कि कोई व्यक्ति या नेता नाराज है या फिर चुनाव हार गया है तो उसे विधानपरिषद सदस्य बना कर नाराजगी दूर कि जा सकती है।

अभी भारत में महाराष्ट्र,उत्तर प्रदेश, तेलांगना, आंध्रप्रदेश, बिहार और कर्नाटक में विधानपरिषद अस्तित्व में है। जम्मू और कश्मीर में भी थी लेकिन अभी केंद्रशासित प्रदेश होने की वजह से बर्खास्त हुईं है।

पश्चिम बंगाल की ममता बैनर्जी विधानपरिषद की मांग इसलिए कर रही है कि ये सदन में जाने का पीछे का दरवाजा है। ममता बैनर्जी चुनाव में बुरी तरह से हार गई है। और मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने के अंदर चुनाव जितना अनिवार्य है नहीं तो हिमाचल प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री जैसा हाल हो जाएगा। अगर पश्चिम बंगाल में विधानपरिषद रहती तो ममता जी का मुख्यमंत्री का रास्ता आसान होता, तो ये अंदर की बात इस बवाल की।
     इस वक्त तीन राज्यों की मुख्यमंत्री विधानपरिषद सदस्य है। महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे, यूपी के योगी आदित्यनाथ और बिहार के नीतीशकुमार। नीतीशकुमार तो जबसे मुख्यमंत्री बने है तबसे है विधानपरिषद सदस्य है।
        लेकिन इस वक्त ममता जी ने विधानसभा में विधानपरिषद स्थापना को मान्यता तो दी होगी लेकिन लेकिन game अभी बाकी है। क्योंकि संसद मे दोनो सदन लोकसभा और राज्यसभा में इसको मान्यता नहीं मिलेगी तबतक नहीं मिलेगी जबतक दोनो सदन मे पारित ना हो। मतलब जो भी है मोदी सरकार के हाथ में है। राजस्थान ने 2012 में और आसाम ने 2010 में विधानसभा में विधानपरिषद स्थापना को पारित करके संसद में भेजा हुआ है लेकिन अभी तक पारित नहीं हुआ है।
तो कैसी लगी जानकारी कमेंट करके जरूर बताएं।

http://amarnath777.blogspot.com/2021/07/china-ab-dna-bhi-chura-raha-hai.html


https://amarnath777.blogspot.com/2021/07/hacker.html

Harshad Mehta scam कैसे चुना लगाया 5000 करोड़ का बैंको को?


 भारत के इतिहास में शेयर मार्केट में अपना नाम छपवाकर इतिहास रचने वाला स्कैमर हर्षद मेहता।

जब कभी भी शेयर मार्केट का नाम लिया जाता है तो हर्षद मेहता स्कैम दिमाग पहले आता है। ये वही हर्षद मेहता है जो सिर्फ 40 रुपए लेकर मुंबई आया था और बैंको को 5000 का चूना लगा कर चल बसा, तो चलिए जानते है हर्षद मेहता की जीवनगाथा।

हर्षद मेहता का जन्म गुजरात के राजकोट में एक middle class family में हुआ था। बचपन का कुछ वक्त उसने कांदिवली में भी गुजारा लेकिन पिताजी का तबादला होने के बाद हर्षद को रायपुर छत्तीसगढ़ जाना पढ़ा। आगे कुछ सालो बाद आगे की पढ़ाई के लिए हर्षद मेहता मुंबई में b.com करने आ गया। 1970 में 40 रुपए जेब में लेकर जब वो आया तो उसने पढ़ाई पूरी करके 8 साल तक इधर उधर छोटे बड़े जॉब किए। इसी टाइम मेहता शेयर मार्केट की तरफ आकर्षित हुआ और गुजराती फैमिली से होने की वजह से जल्द ही उसकी जान पहचान बढ़ गई।

धीरे धीरे हर्षद मेहता ने स्टॉक ब्रोकर का काम शुरू किया और करते करते एक दिन अपने भाई को साथ लेकर 1984 में ग्रोथ मोर रिसर्च नाम कि कंपनी खोल ली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में खरीदी बिक्री करता रहा। और हर्षद मेहता स्टॉक ब्रोकर करके नाम कमाया। दिमाग से होशियार हर्षद मेहता कोई भी चीज जल्दी सीख लेता था और कोनसी भी रिस्क लेने को तैयार रहता था। नाम होने के बाद हर्षद मेहता बैंकिंग सिस्टम सीखने और समझने लगा। 

बैंक सिस्टम में एक है सरकारी बॉन्ड का। जब भी सरकार को जरूरत होती है पैसों की तो सरकार बैंकों से लेती थी। सभी बैंकों को बॉन्ड रखना अनिवार्य था। सरकार बॉन्ड्स रखने वालो को ब्याज भी देती थी। जब किसी बैंक को पैसो की जरूरत होती थी तो एक बैंक दूसरी बैंक को बॉन्ड्स बेचती थी और कुछ कम टाइम के लिए ब्याज से पैसे लेती थी। पैसे आने के पहली बैंक अपने बॉन्ड्स फिरसे वापिस खरीद लेती थी। इसे रेडी फॉरवार्ड डिल कहते है। कम टाइम का पैसे का जुगाड होता था।

हर्षद मेहता ने यही बात हेर ली। बैंको को बॉन्ड्स बेचने के लिए ब्रोकर की जरूरत होती थी। हर्षद मेहता भी ब्रोकर था। और बॉन्ड्स जिस बैंक को बेचने है उसके पास जाता था और कहता था मै आपको बॉन्ड बेचकर देता हूं और बैंक के पास से बॉन्ड लेता था और कुछ वक्त मागता था। ऐसा ही जिस बैंक को जरूरत रहती थी उसके पास जाता था और कुछ वक्त मांग कर मै आपको बॉन्ड देता हूं कुछ वक्त दो और कमीशन लेके चला जाता था। वैसे तो rbi के नियमों के अनुसार कोई भी बैंक ब्रोकर (दलाल) के नाम से चेक नहीं दे सकते लेकिन हर्षद मेहता का नाम और उसकी पहचान के वजह से बैंक अधिकारी उस पर भरोसा करते थे। लेकिन हर्षद मेहता ने इसी बात का फायदा उठाया। 

मेहता दोनों बैंको को टाइम मांगता था तो जो बिचका टाइम है उस टाइम मे मेहता सारा पैसा शेयर मार्केट में लगा देता था और मार्केट ऊपर जाता था। जब पहली बैंक उसे पैसे मांगती तो मेहता तीसरी बैंक से बॉन्ड लेकर देता था और दूसरी मांगती तो चौथी बैंक से लेता था। इसकी टोपी उसके सर ऐसा करते करते उसने बहुत पैसा कमाया। अब उसे और पैसों का लालच आया। उसने और एक तरकीब निकाली। उस टाइम जब भी कोई बैंक बॉन्ड बेचती तो एक रिसीप्ट बनाती, रिसीप्ट मिली मतलब पैसे आ गए या समझो बॉन्ड मिल गए। हर्षद मेहता ने डुप्लीकेट रिसीप्ट बनाकर बैंकों से करोड़ों रुपए लेता था और मार्केट में लगा देता था। बैंको को भी रिसीप्ट मिलती थी तो वो भी कुछ नहीं बोलते थे। शेयर मार्केट तेजी में ही रहता था। 200 रुपए भाव का एसीसी सीमेंट का शेयर 9000 के पार कर दिया था इन्हीं पैसों के दम पर मेहता ने। हर्षद मेहता ने खुप पैसे कमाए इतने की सबसे महंगी गाड़िया समुंदर किनारे आलीशान बंगला। बहुत बड़ा। 

ऐसा ही चलता रहा लेकिन 1992 में हर्षद मेहता ने शेयर मार्केट में बहुत सारा पैसा लगा दिया और मार्केट एकदम से नीचे आ गया। और हर्षद मेहता को बहुत सारा नुकसान हुआ इतना की बैंको के पैसे लौटाना मुश्किल हो गया। फिर एंट्री होती है पत्रकार सुचेता दलाल की, सुचेता दलाल को इस बात की भनक लग गई 23 अप्रैल 1992 को फिर हुआ खेल शुरू। बैंको को तब समझ आया कि मेहता झुटे रसीद देकर पैसे लेता था। फिर सीबीआई ने हर्षद की जांच की करीब 600 सिविल और 70 क्रिमिनल केस मे हर्षद को जेल हुईं। साल 2001 में मेहता के छाती में पेन था तो उसे हॉस्पिटल लाया गया और वहीं उसकी मौत हो गई।

लेकिन सरकार जाग गई और उसने शेयर मार्केट में निगरानी हेतु sebi की स्थापना की। सुचेता दलाल को पद्मश्री भी दिया गया। इस घोटाले में कई बड़े बड़े लोगो के नाम लिए गए। क्योंकि बड़ी पहुंच के सिवाय इतना बड़ा स्कैम नहीं हो सकता। 
तो आपको ये जानकारी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरूर बताएं #हर्षद मेहता स्कैम

शनिवार, 10 जुलाई 2021

Hacker जिसने किया अमेरिका के नाक मे दम

एक ऐसा हैकर जिसे अमेरिका समेत कई बड़े बड़े देश देते है करोड़ों रुपए........


 सायबर दुनिया में तहलका मचा देने वाला एक इंसान जिसने अमेरिका के साथ साथ बड़े बड़े देशों और कंपनियों कि नाक में दम कर रखा था अपने हैकिंग से। सरकार और कंपनी या उसे करोड़ों रुपए देती थी और आज भी दे रही हैं। तो चलिए जानते है पूरा मामला। उस हैकर का नाम था केविन मिटनिक, केविन का जन्म 6 अगस्त 1963 को कैलिफोर्निया में हुआ था, बचपन से ही उसको हैकिंग gaming में रुचि थी। 12 साल के उम्र में ही केविन ने स्कूल जाने कि लिए लॉस एंजेलिस के बस में फ्री में जाना आना किया हैकिंग के दम पर। 80 के दशक में उसने बड़े बड़े कंपानियो के नाक मे दम करना शुरू कर दिया। उनके सीक्रेट प्रोजेक्ट भी उसने हैक कर दिए। नोकिया, आईबीएम, मोटोरोला जैसे बड़े बड़े कंपनियों का सर्वर और उनके पासवर्ड हैक करके सबको चोंका दिया। 90 के दशक में केविन अमेरिका का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बन गया। केविन को 6 साल की सजा भी मिल गई थी। सजा पूरी होने के बाद आज भी केविन पैसे कमाता है लेकिन अच्छे कामो से, आज के दिन अमेरिका मिलाके और भी बड़े बड़े देश केविन को सायबर हैकिंग से बचाने के लिए पैसे देते है और इसमें गूगल, Yahoo, Amazon जैसी बड़ी कंपनिया भी हैकिंग से बचने के लिए करोड़ों रुपए केविन को देती है। लगभग 500 कंपनिया केविन को हैकिंग से सुरक्षा की टिप लेती है। आज के दिन केविन अमेरिका में खुद की सायबर कंपनी चलाता है और मोटीवेशन भी करता है, और अमेरिकन सरकार इसके केविन को पैसे भी देती है। साल 2000 में केविन बदल गया आज वह पब्लिक speaker और आईटी कंसल्टेंट भी है। केविन मिटनिक उम्र के 12 साल से हैकिंग करके बस में फ्री आना जाना करने वाले को आगे गूगल जैसी कंपनिया भी डर गई थी। केविन मिटनिक के ऊपर साल 2000 में एक movie भी आई थी जिसका नाम takedown है। अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी होगी तो शेयर जरुर करना, और कमेंट करना ना भूले.....777

China ab DNA bhi chura raha hai?

China चुरा रहा है DNA! चाइना आपके बच्चों का भी डीएनए चुरा रहा है?

हेलो दोस्तों, चाइना दुनिया भर की लोगो का मोबाइल डेटा चुराता है ये आप और हम सब जानते है, दुनिया भर के देशों को प्रोडक्ट कि कॉपी करके डुप्लीकेट माल बनाकर उससे उनके ही मार्केट में बेचता है ये तो हम सब जानते है,

लेकिन क्या दुनिया की अलग अलग देशों के गर्भवती महिलाओं के पेट के बच्चो का gene यानी कि डीएनए भी अब चाइना चुरा रहा ये आपको पता है? खबर के अनुसार होंगकोंग स्थित चाइना की BGI lab me दुनिया भर के बच्चो के gene DNA की जांच करने के लिए बचा हुआ खून आता है और BGI lab वहीं खून का डेटा shenzan के gene deta bank में भेज देता है

एशिया और यूरोप से बहुत ज्यादा महिलाओं का डेटा भेजा गया है इसका आंकड़ा मौजूद नहीं है, जब भी कोई महिला गर्भवती अपना टेस्ट करने dr या लैब में जाती है उसका वहा उस महिला से फॉर्म पे साइन करवाए जाते लेकिन नीचे दी गई प्राइवसी पॉलिसी महिला पढ़ती नहीं है उसमे लिखा होता है कि आपके बच्चे का gene dna चाइना उसके राष्ट्रीय सुरक्षा हितो के लिए उसे यूज कर सकता है,

अब आप कह रहे होंगे कि चाइना इसका करता क्या है?
तो चाइना अलग अलग देशों के बच्चो का डीएनए लेके उसपे २०१३ से शोध करने में लगा है कि ज्यादा strong जनजाति को कैसे तैयार किया जाए, यानी कि एक ऐसी नस्ल चाइना की कम्यूनिस्ट सरकार तैयार करना चाहती है जो आने वाले सालों में चाइना की PLA army में भरती करा सके, उस gene से पैदा होने वाले को नाही minus degree में ठंड बजे और नाही रेगिस्थान में गर्मी हो, वह निडर हो, उस पर का कोई असर नहीं हो, चाइना फ्यूचर में अपनी सेना को एक strong और मजबूत बनाना चाहता है.

कहा जाता है कि अभी तक अलग अलग देशों से ८० लाख लोगो का डेटा चाइना चुरा चुका है, हालांकि hongkong की BGI lab का कहना है कि हम ये डेटा सीक्रेट रखते है लेकिन चाइना पे उतना की विश्वास किया जा सकता है जितना Chinese products पर,
तो दोस्तो कैसी लगी जानकारी लाइक और कमेंट करके जरूर बताएं और फॉलो करना ना भूले....

शुक्रवार, 9 जुलाई 2021

उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू ११ जुलाई से

जनसंख्या नियंत्रण कानून उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 2021-30 के लिए जनसंख्या नियंत्रण पर अपनी नई नीति का अनावरण करेगी।

मुख्यमंत्री ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए समुदाय केंद्रित दृष्टिकोण का आह्वान किया है ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें और राज्य का समुचित विकास हो सके।

उन्होंने एक बयान में कहा, गरीबी और निरक्षरता जनसंख्या विस्तार के प्रमुख कारक हैं। कुछ समुदायों में जनसंख्या के बारे में जागरूकता की कमी भी है और इसलिए हमें समुदाय केंद्रित जागरूकता प्रयासों की आवश्यकता है।

एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, राज्य की कुल प्रजनन दर वर्तमान में 2.7 प्रतिशत है जबकि आदर्श रूप से यह 2.1 प्रतिशत से कम होनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश और बिहार को छोड़कर अधिकांश राज्यों ने यह उपलब्धि हासिल की है।प्रवक्ता ने कहा कि नीति जनसंख्या नियंत्रण के लिए पांच-आयामी दृष्टिकोण का पालन करेगी और यह स्वास्थ्य में सुधार पर भी केंद्रित है।

प्रस्तावित नीति का उद्देश्य परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जारी किए गए गर्भनिरोधक उपायों की पहुंच में वृद्धि करना और सुरक्षित गर्भपात के लिए एक उचित प्रणाली प्रदान करना है।

प्रवक्ता ने कहा, दूसरी ओर, नपुंसकता और बांझपन के समाधान प्रदान करके और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करके जनसंख्या को स्थिर करने के प्रयास किए जाएंगे।

नीति का एक अन्य खंड बुजुर्गों की देखभाल के लिए व्यापक व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करेगा, जबकि 11 से 19 वर्ष के बीच के किशोरों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के बेहतर प्रबंधन पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

नीति विभिन्न रणनीतियों को देखेगी और जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों और स्वास्थ्य में सुधार को कारगर बनाने के लिए मौजूदा योजनाओं के अभिसरण की दिशा में काम करेगी।

स्कूलों में हेल्थ क्लब स्थापित किए जाएंगे और नवजात शिशुओं, किशोरों और बुजुर्गों के लिए डिजिटल ट्रैकिंग की जाएगी।

प्रवक्ता ने कहा, नई नीति को अंतिम रूप देते समय, सभी समुदायों में जनसांख्यिकीय संतुलन बनाए रखने, उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं की आसान उपलब्धता सुनिश्चित करने और उचित पोषण के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के प्रयास किए जाएंगे।

इस बीच, अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) -04 सहित कई रिपोटरें का अध्ययन करने के बाद राज्य की जनसंख्या नीति तैयार की जा रही है।

इस बीच, यूपी विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए.एन. मित्तल राज्य की बढ़ती आबादी को रोकने में मदद के लिए सरकार के लिए एक मसौदा कानून भी तैयार कर रहे हैं। न्यायमूर्ति मित्तल ने कहा, अगले दो महीनों में मसौदा कानून तैयार किया जाएगा और रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी।

Zomato IPO - opening date and band price info hindi

Zomato IPO - check price band and opening date in hindi

हेलो दोस्तो आप लोगो को खबर तो होगी ही कि, Zomato अपना आईपीओ मार्केट में लाने वाला था तो आपका ये इंतजार खत्म हुआ दोस्तो...

                      जी हा दोस्तो Zomato की आईपीओ subscription की date हैं आने वाली 14 तारीख, जी हा दोस्तो सही पढ़ा, 14 july अगले हफ्ते को Zomato का आईपीओ में पूरी ताकत के साथ उतर रहा है......

                    Zomato एक ऑनलाइन फूड deliver करने वाली भारत की टॉप लेवल की कंपनी है, इस साल का सबसे बड़ा आईपीओ Zomato का रहने वाला है ऐसा मार्केट के bull player का मानना है

            फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म की Zomato कंपनी कुल 9375 करोड़ रुपए की आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की घोषणा गुरुवार को कर दी, आने वाली 14 july 2021 से subsriction चालू होने वाला है...

                 चाइना के ant group समर्थित ये कंपनी भारत के सबसे स्टार्टअप में से एक है, कंपनी को बहुत अच्छा रेस्पॉन्स मिलने कि उम्मीद की जा रही है, अप्रैल में कंपनी ने आईपीओ के लिए आवेदन किया था,

              9000 करोड़ के शेयर जारी करके 375 करोड़ के शेयर shareholder कंपनी info edge karegi और Zomato share price band है only 72-76 और लॉट साइज 196 है, और एक बात 65 लक्ष शेयर कंपनी ने अपने employee के लिए आरक्षित रखे है

अगर आपको मेरा लेख अच्छा लगा तो कमेंट करके शेयर जरूर करे, और आगे भी ऐसे जानकारी के लिए subscribe करना ना भूलें, धन्यवाद

            

शनिवार, 10 नवंबर 2018

शेअर बाजार बेसिक माहिती

शेअर बाजारा बद्दल लोकांची असणारी भावना म्हणजे सट्टा बाजार अशीच आहे, बऱ्याच लोकांना अजून शेअर बाजार बद्दल कुतूहल असून पैसे कसे कमावतात या बद्दल माहिती नाही आहे, शेअर बाजार मध्ये पैसे जमवणे तेवढ सोप्प नाही पण अवघड पण नाही####

               
                       चला तर मग आज आपण शेअर बाजार मध्ये लागणाऱ्या डिमॅट अकाऊंट (demat ac) व ट्रेडिंग अकाउंट (trading ac) पासून सुरुवात करूया, तर मित्रांनो जसे आपण आपल्या कमाई चे पैसे बँके मध्ये ठेवतो तसच आपण घेतलेले शेअर हे इलेक्ट्रॉनिक स्वरूपात ठेवण्या साठी आपल्याला एका डिमॅट अकाउंट ची गरज असते हे डिमॅट अकाउंट आपण कुठल्याही ब्रोकर कडे उघडू शकतो तसेच काही बँक पण डिमॅट अकाउंट सेवा देत आहेत, sbi axis etc.. तसेच इंटरनेट वर search करून तुम्ही चांगल्यात चांगला ब्रोकर त्यांचा रेटिंग नुसार निवडू शकता, तुम्हाला डिमॅट अकाउंट साठी वर्षाला काही चार्जेस पडतात ते प्रत्येक ब्रोकर चे वेगवेगळे असू शकतात,

                         आता आपल्याला गरज पडते ती ट्रेडिंग अकाऊंट ची तर प्रत्येक ब्रोकर डिमॅट अकाउंट सोबत च ट्रेडिंग अकाउंट पण उघडुन देतात, ट्रेडिंग अकाउंट म्हणजे तुम्हाला स्वतः शेअर विकत घेणे व विकणे च अकाउंट. तुम्हाला दोन्ही अकाउंट उघडण्या साठी काही documents ची आवश्यकता लागते जसे की...
1 आधार कार्ड
2 पॅन कार्ड
3 बँक स्टेटमेंट 6 महिने चे
4 पासपोर्ट फोटो 2
5 बँक पासबुक झेरॉक्स
 तुम्ही आता ऑनलाइन अकाउंट पण उघडू शकता कुठल्या ही ब्रोकर जवळ न जाता, आता जवळ पास सर्व च ब्रोकर्स नि आपले स्वतःचे मोबाइल अँप तयार केले आहेत आणि त्यामुळे तुम्ही कुठे ही असला तरी ट्रेडिंग करू शकता पण त्या साठी तुम्हाला तुमचा बँक मध्ये असलेल्या अकाउंट मध्ये नेट बँकिंग internet banking चालू केलेले पाहिजे, ज्यामुळे तुम्हाला ब्रोकर जवळ जाण्याची नेहमी गरज राहणार नाही, तुम्हाला हवी तेवढी रक्कम तुम्ही तुमचा ट्रेडिंग अकाउंट मध्ये घेऊन शेअर खरेदी विक्री करू शकाल कुठेही राहून,
                           मोबाईल अँप द्वारे खूप सहज झाली आहे ट्रेडिंग करणे, फक्त इंटरनेट रेंज चांगली असल्या ची खात्री करावी, आज आपण डिमॅट अकाऊंट बद्दल माहिती बघितली आता शेअर कसे निवडायचे कंपनी बद्दल माहिती कशी मिळवायची, कुठल्या गोष्टींचा शेअर बाजार वर परिणाम होऊन मार्केट खाली वर होऊ शकते हे सर्व आपण पुढील भागा मध्ये बघू, आज चा हा ब्लॉग कसा वाटला मला कंमेंट करून कळवा आणि काही प्रॉब्लेम आल्यास पण कमेंट करा मी पूर्ण माहिती देण्याचा प्रयत्न करेल. धन्यवाद!!!

11/11/2018

तर मित्रांनो मी परत आलो आहे आपल्या knowledge मध्ये भर घालायला, या आठवड्या मधील आपला टॉपिक आहे शेअर बाजार बेसिक माहिती
                                आपण काल बघितलं की शेअर बाजार मध्ये शेअर खरेदि विक्री साठी आपल्याला अकाऊंट ची गरज असते त्याला डीमॅट demat आणी ट्रेडिंग trading अकाऊंट असे म्हणतात, आणि कुठल्याही ब्रोकर agent कडे तुम्ही ते दोन्ही अकाउंट उघडू शकता, आता आपण बघू अकाऊंट उघडले आता पुढे काय,
                                  तर मित्रांनो जेंव्हा तुम्ही ट्रेडिंग ला सुरुवात करता तेंव्हा विना अभ्यास विना माहिती कुठल्याही कंपनी चे शेअर घेऊ नका, सुरू करण्या पूर्वी आपल्या ब्रोकर ची मदत घ्या, कंपनी ची स्टडी कशी करायची कंपनी चे मागील रेकॉर्डस् पुढे असणाऱ्या संधी या सर्व गोष्टी चा स्टडी तसेच तज्ञ लोकांचे मार्गदर्शन आणि आज काल बऱ्याच गोष्टी इंटरनेट वर उपलब्ध आहेत, तुम्ही youtube, blogs, आणि news channels बघून कंपन्या ची माहिती गोळा करू शकता, तुमचा ब्रोकर agent जर तुम्हाला ती सर्विस देत असेल तर नवीन असताना घ्यायला काही हरकत नाही, सुरुवातीला blue chip कंपनी निवडा, एकदम जास्त पैसे एकाच कंपनी मध्ये इन्व्हेस्ट न करता वेगवेगळ्या कंपनी आणि थोडे थोडे इन्व्हेस्ट करा, जास्त शेअर न घेता कमी कमी घ्या, तुम्ही एक शेअर पण घेऊ शकता, आणि लांब अवधी साठी घ्या म्हणजे तुम्हाला जो प्रॉफिट आहे त्या वर लागणारा टॅक्स पण कमी लागेल. कर्ज काढून गुंतवणूक करू नका, जी रक्कम तुमची बचत आहे तीच रक्कम वापरा, ज्या कंपनी बद्दल तुम्हाला वाटते की ह्या शेअर चे भाव वाढणार त्या मध्ये एकदम मोठी रक्कम ची गुंतवणूक करू नका, थोडे थोडे करून गुंतवणूक करा. Intraday trading सुरुवातीला करू नका, जो पर्यंत तुम्हाला तुमचा स्वतः वर विश्वास होत नाही की आपण शेअर चा चांगला अभ्यास करू शकतो तो पर्यंत intraday trading (म्हणजे ज्या दिवशी शेअर घेतले त्याच दिवशी विकणे) करू नका.

 शेअर बाजार वर परिणाम करणाऱ्या गोष्टी
1 निवडणूक राज्य आणि केंद्र
2 वार्षिक बजेट
3 जगातील कच्चा तेलाचे भाव
4 युद्ध स्थिती
5 ट्रेड वार
6 अमेरिका सारख्या देशाचे मार्केट पडणे किंवा वर जाणे
7 डॉलर चा बदल्यात रुपयाची किंमत वाढणे किंवा कमी होणे
8 दुष्काळ etc.....
असे अजून बरेच कारणे आहेत ज्यामुळे मार्केट खाली किंवा वर जाऊ शकते, तर सांगायचं तात्पर्य एवढं च मित्रांनो की परिपूर्ण अभ्यास असल्या शिवाय कोणतीही गोष्ट करू नका ज्यामुळे तुम्हाला नुकसान होईल, खूप अभ्यास करा, कोणी तुम्हाला सांगितलं की या कंपनीचे भाव वाढणार शेअर घे तर कोना वर ही विश्वास ठेऊ नका, स्वतः अभ्यास करणे कंपनी चा अभ्यास करने शिका.
      चला तर मित्रांनो आजचा साठी एवढं च पुढचा भागा मध्ये आपण बघू की कंपनी चा स्टडी कसा करायचा,
        धन्यवाद........🙏